FAMILY MISSING QUOTES IN HINDI

परिवार में किसी की हिचक होने से लेकर उसकी हंसी तक सब बागैरतबीर हो जाते हैं।

एक परिवार के सदस्य के अभाव में वास्तविकता खो जाती है।

परिवार मेरी पहचान है, मेरी गरिमा है और मेरी सुरक्षा है।

परिवार का इंतजार करना, उसका अभाव हमें ऊंचाई औरगहराई को एहसास कराता है।

परिवार के बिना जीना, एक नये रंग का बिना मेहका हुआ फूल होने के समान है।

हमेशा तब तक ढ़ूंढेंगे, जब तक हमारे पास परिवार की मुहब्बत न सही।

परिवार का अभाव मेरे दिल की एक जगह खाली छोड़ देता है।

अकेलेपन के अभाव में परिवार की गर्मजोशी ओर खुद्र का एहसास कराता है।

परिवार मेरी प्यार की जड़ है, मेरे नशे की प्याली है और मेरे खुशियों की संग्रहशाला है।

परिवार के अभाव में हर रात का अंधेरा लग जाता है।

कभी-कभी परिवार से दूर रहने से हम इनकी असली महत्ता समझते हैं।

परिवार के बिना, जीने का अर्थ होता है, आधा जीवन खोना।

परिवार ही हमें खुश रखने की कला सिखाता है।

परिवार की मुद्दतों में छिपे हुए चेहरे हमारे ख्वाबों की हकीकतको दिखाते हैं। FRIENDS AND FAKE FRIENDS QUOTES

परिवार से दूर होने के दौर में हम सचमुच इसकी आदत कर लेते हैं।

परिवार के बिना, आदमी एक खोए रंग का कवर (पुस्तक) हो जाता है।

परिवार का अभाव मेरी आत्मा को ऊंचाई और गहराई की एहसास कराता है।

परिवार का अभाव हमें एक अशान्ति का एहसास कराता है, जो कहीं ना कहीं हमें सर्वांगीण रूप से प्रभावित करती है।

परिवार से दूर होने के बाद हमें लगता है कि हमारी दुनिया पूरी तरह अधूरी हो गई है।

परिवार का अभाव हमारी तनहाई से खुद को मात्र एक खोए रंग के पुस्तक की तरह महसूस कराता है।

परिवार का अभाव हमें अकेलेपन की जानी जाती है और हमें महसूस कराता है कि हम खुद को जीवित मात्र एक खोए रंग के पुस्तक की तरह अनुभव कर रहे हैं।

परिवार से दूर होने के वक्ती हम अपनी अस्मिता और सत्ता को खो देते हैं।

परिवार का अभाव अपनी आस्था को हमेशा की एक धूल जो मेरे पास टिकी हुई होना चाहिए की तरह बना देता है।

परिवार से दूर होने के दौर में हम यह अनुभव करते हैं कि उनके बिना जीता जाने का बिल्कुल उन्मुख है, और हम भटकते हुए जिन्दगी की शराफ नही बची रहती है।

परिवार का अभाव हमें अनुशासित रखता है, और बिना उनकी परवाह किए हम अपनी पीठ पीछे कई बार दौड़ते हैं।

परिवार का अभाव हमें एक तनहाई का पता चलाता है, जिसे भर नही रहा है कोई।

परिवार का अभाव हमें साकार रूप से यह महसूस कराता है कि हम बिना उनके साथ जीवित मात्र नष्टोदस्त की बिल्कुल अधूरे अभाव में बसे हुए हैं।