“जिसका दिल सच्चे भगवान की ओर लगा होता है, वह जीवन के इंधन में कभी कमी महसूस नहीं करता।” – प्रभु राम
“जो भगवान के मार्ग में चलता है, उसे कभी धार्मिक सम्पत्ति का अभाव महसूस नहीं होता।” – भगवद गीता
“भगवान अच्छे आदमी को एक अच्छे धर्म में सम्मिलित करते हैं और उसे संपूर्ण सुख देते हैं।” – चाणक्य
“जो मनुष्य भगवान के साथ प्रेम करता है, वह सदैव आनंदित होता है।” – स्वामी विवेकानंद
“भगवान वो स्थान है जिसे हम पूरे मन, शरीर और आत्मा से चाहते हैं।” – श्रीमद् भागवत पुराण
“जो भगवान को अपनी प्राथना के अंदर शामिल कर देता है, उसे मुख्य आनंद और संतोष का अनुभव होता है।” – भगवद्गीता
“बुराई को छोड़कर हर एक भगवान की चिंता करें और पवित्रता और प्रेम में रहें।” – भगवद्गीता
“भगवान मुझे स्थिरता और धैर्य देते हैं, ताकि मैं जीवन की सभी चुनौतियों का सामना कर सकूं।” – अर्जुन
“जब आप भगवान की वजह से कठिनाइयों से इंगित करना बंद कर देते हैं, तो आपको आत्मिक शांति प्राप्त हो जाती है।” – महात्मा गांधी
“भगवान को पहचानने के लिए शांति और मौन के साथ विचार करना आवश्यक है।” – महर्षि दयानंद सरस्वती
“भगवान के साथ संबंध स्थायी और शांतिपूर्ण होना चाहिए।” – संत कबीरदास
“जब हम भगवान के आराधना में विचलित हो जाते हैं, तो हमें स्थितिगति की और ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है।” – महर्षि पतंजलि
“भगवान अपने भक्तों की सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।” – भगवद्गीता
“भगवान स्वयं कर्म नहीं करते, लेकिन वह सभी कर्मों का कर्ता है।” – भगवद्गीता
“जिसके साथ भगवान संगठित हैं, वह हमेशा आत्मनिर्भर होता है।” – स्वामी विवेकानंद LIFE QUOTES MOTIVATIONAL SHORT
“भगवान से प्रेम करो, क्योंकि वह हमेशा हमारे साथ हैं।” – महर्षि दयानंद सरस्वती
“जो भगवान का आदर करते हैं, वह निरंतर प्राप्ति की ओर आगे बढ़ता है।” – स्वामी रामदास
“भगवान कभी नहीं छोड़ते हैं, हमेशा हमारे साथ होते हैं।” – भगवद्गीता
“भगवान के साथ आदर्श और नेत्रदान होना चाहिए।” – संत तुलसीदास
“भगवान ने हमें आशीर्वाद दिया है, इसलिए हमें सदैव आभारी रहना चाहिए।” – स्वामी प्रभुपाद
“जो भगवान के कदमों पर चलता है, उसे विजय की प्राप्ति होती है।” – भगवद्गीता
“भगवान में श्रद्धा और आत्मिक सुरक्षा की प्राप्ति होती है।” – महात्मा गांधी
“भगवान की शरण में आएं और आत्मा को अच्छाई के द्वारा शुद्ध करें।” – स्वामी विवेकानंद
“जब भगवान आपका मार्ग बन जाते हैं, तो आप जीवन के जीने का साधना कर सकते हैं।” – संत इन्द्रदेव
“भगवान की अनुग्रह तभी मिलती है जब हम अपनी आत्मा के साथ अद्वितीय एकता की ओर जाते हैं।” – भगवद्गीता
“जहां भगवान की प्रेसेंस होती है, वहां प्रेम, शांति और सुख आपस्तित होते हैं।” – स्वामी विवेकानंद
“भगवान की सत्प्रेमता और सेवा में जीवन की खुशी और आत्मिक शक्ति होती है।” – स्वामी रामकृष्ण परमहंस
“जब हम भगवान की ओर रुख करते हैं, तो हमारी ज़िन्दगी की सभी समस्याओं का समाधान हो जाता है।” – श्रीमद् भागवत पुराण
“भगवान हमें प्रेम और करूणा से आच्छादित करते हैं, जो हमें अनुग्रह के योग्य बनाती हैं।” – महर्षि दयानंद सरस्वती